Vakya Kise Kahate Hain: हेलो स्टूडेंट्स, आज हमने यहां पर वाक्य की परिभाषा, प्रकार और उदाहरण ( Vakya in hindi) के बारे में विस्तार से बताया है। यह हर कक्षा की परीक्षा में पूछा जाने वाले यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न है।
Vakya Kise Kahate Hain
शब्दों का वह सार्थक समूह जिससे एक विचार की स्पष्ट एवं पूर्ण अभिव्यक्ति होती हो उसे वाक्य कहते हैं। भाषा व व्याकरण का सबसे बड़ा अंग वाक्य होता है।
भाव/भावार्थ के आधार पर भाषा की सबसे बड़ी एवं सबसे छोटी इकाई वाक्य होता है, क्योंकि भाव/भावार्थ के आधार पर भाषा का सिर्फ़ एक ही अंग होता है, जो कि वाक्य होता है।
वाक्य के दो अवयव होते हैं- उद्देश्य एवं विधेय.
वाक्य की परिभाषा – Vakya Ki Paribhasha
सार्थक शब्द या शब्दों का वह समूह जिससे वक्ता का भाव स्पष्ट हो जाए, वाक्य कहलाता है।
जैसे :-
- मनुष्य का कर्म ही उसका धर्म है।
- जीत सदैव सत्य की होती है।
वाक्यांश किसे कहते हैं ?
शब्दों के ऐसे समूह जिनका अर्थ तो निकलता है, लेकिन पूरा पूरा अर्थ नहीं निकलता, तो ऐसे समूह को वाक्यांश कहा जाता है। जैसे :- छत पर, पेड़ के नीचे, घर के अंदर आदि।
वाक्य के भेद एवं प्रकार
वाक्य भेद दो प्रकार से किए जा सकते हँ-
- अर्थ के आधार पर वाक्य भेद
- रचना के आधार पर वाक्य भेद
1. अर्थ के आधार पर वाक्य भेद
अर्थ के आधार पर वाक्य के आठ भेद होते हैं।
- विधान वाचक वाक्य भेद
- निषेध वाचक वाक्य भेद
- प्रश्नवाचक वाक्य भेद
- विस्मयादिवाचक वाक्य भेद
- आज्ञा वाचक वाक्य भेद
- इच्छा वाचक वाक्य भेद
- संकेतवाचक वाक्य भेद
- संदेह वाचक वाक्य भेद
1:- विधानवाचक वाक्य भेद
ऐसा वाक्य जिससे किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त होती हो उसे विधानवाचक वाक्य कहा जाता है। जैसे :-
- चंद्रमा पृथ्वी के चारों ओर चक्कर काटता है।
- ताजमहल आगरा में स्थित है।
- दिल्ली भारत की राजधानी है।
उपरोक्त वाक्यों में हमें कुछ ना कुछ जानकारी प्राप्त होती हैं। ऐसे ही वाक्यों को विधानवाचक वाक्य कहा जाता है।
2:- निषेधवाचक वाक्य भेद
ऐसे वाक्य जिनसे किसी कार्य के ना होने का बोध प्रकट होता है, उसे निषेधवाचक वाक्य कहते हैं। जैसे :-
- मैंने खाना नहीं खाया।
- राहुल स्कूल नहीं गया।
- हम दिल्ली नहीं जाएंगे।
उपरोक्त वाक्यों से पता चलता है, कि कोई कार्य नहीं हुआ है, ऐसे ही वाक्यों को निषेधवाचक वाक्य कहा जाता है।
3:- प्रश्नवाचक वाक्य भेद
ऐसे वाक्य जिसमें किसी प्रकार के प्रश्न पूछने का बोध प्रकट होता है, उसे प्रश्नवाचक वाक्य कहते हैं। जैसे:-
- क्या तुम स्कूल जाते हो ?
- क्या तुमने अपना काम पूरा कर लिया ?
- तुम घर क्यों नहीं गए ?
उपरोक्त बातों से पता चलता है, कि यहां किसी प्रकार का कोई ना कोई प्रश्न पूछा जा रहा है। ऐसे ही वाक्य को प्रश्नवाचक वाक्य कहा जाता है।
4:- आज्ञावाचक वाक्य भेद
ऐसे वाक्य जिसमें किसी प्रकार की आज्ञा दी जाती है या प्रार्थना का आग्रह किया जाता है, उन्हें आज्ञावाचक वाक्य कहा जाता है। जैसे:-
- यहां बैठ जाओ।
- कृपया शांति बनाए रखें।
- यह गाड़ी खड़ी करना मना है।
उपरोक्त वाक्य से पता चलता है, कि यहां किसी न किसी को कोई आज्ञा दी जा रही है या किसी प्रकार की प्रार्थना का आग्रह किया जा रहा है। ऐसे ही वाक्यों को आज्ञावाचक वाक्य कहा जाता है।
5:- विस्मयादिवाचक वाक्य भेद
वह वाक्य जिसमें किसी प्रकार की अनुभूति को दर्शाया जाता है। जैसे:-
- वाह! यह कितना सुंदर है।
- ओह! राहुल को चोट लग गई।
- अहा! यह फल इतना मीठा है।
उपरोक्त वाक्यों से पता चलता है, कि यहां किसी प्रकार की कोई अनुभूति दर्शाई जा रही है, जैसे कि कोई खुशी या दुख ऐसे ही वाक्यों को विस्मयादिवाचक वाक्य कहा जाता है।
6:- इच्छावाचक वाक्य भेद
जिन वाक्यों में किस प्रकार की इच्छा अकांक्षा या आशीर्वाद को दर्शाया जाता है। ऐसे वाक्यों को इच्छावाचक वाक्य कहा जाता है। जैसे :-
- तुम जियो हजारों साल।
- शुभ दीपावली।
- खुदा तुम्हें खुश रखें।
उपरोक्त वाक्य में पता चलता है, कि यहां किसी को आशीर्वाद दिया जा रहा है या किसी प्रकार की इच्छा प्रकट की जा रही है, ऐसे ही वाक्यों को इच्छावाचक वाक्य कहा जाता है।
7:- संकेतवाचक वाक्य भेद
ऐसे वाक्य जिनमें किसी प्रकार की जानकारी को देने के लिए संकेत को दर्शाया जाता है। उन्हें संकेतवाचक वाक्य कहा जाता है। जैसे:-
- हमारा स्कूल उधर है।
- मेरा घर उस तरफ है।
- राहुल वहां रहता है।
उपरोक्त वाक्य से पता चलता है, कि यहां किसी प्रकार की जानकारी को संकेत के माध्यम से बताया जा रहा है। ऐसे ही वाक्यों को संकेतवाचक वाक्य कहा जाता है।
8:- संदेहवाचक वाक्य भेद
ऐसे वाक्य जिनसे किसी कार्य के होने का संदेह उत्पन्न होता हो, तो ऐसे वाक्यों को संदेहवाचक वाक्य कहते हैं। जैसे:-
- क्या आज बारिश हो सकती है ?
- क्या तुम घर जा रहे हो ?
- क्या तुमने अपना काम कर लिया ?
2. रचना के आधार पर वाक्य भेद
- साधारण वाक्य
- संयुक्त वाक्य
- मिश्रित वाक्य
1:- साधारण वाक्य
ऐसे वाक्य जिन्हें एक ही विधेय और एक ही क्रिया होती है, इन्हें साधारण वाक्य कहा जाता है। जैसे :-
- राहुल पड़ता है।
- मैंने भोजन कर लिया।
- रीना घर जा रही है।
उपरोक्त वाक्यों से पता चलता है, कि यहां एक ही विधेय का इस्तेमाल किया गया है तथा एक ही क्रिया हो रही है, ऐसे ही वाक्यों को साधारण वाक्य कहा जाता है।
2:- संयुक्त वाक्य
जब दो या दो से अधिक साधारण वाक्य समानाधिकरण समुच्चयबोधको से जुड़े होते हैं, तो ऐसे वाक्य को संयुक्त वाक्य कहा जाता है। जैसे :-
- राहुल चला गया और गीता आ गई।
- मैं जा रहा हूं लेकिन तुम आ रहे हो।
- मैंने एक काम कर लिया पर दूसरा काम छोड़ दिया।
समानाधिकरण समुच्चयबोधक:- लेकिन, किंतु, परंतु, और, पर आदि को कहा जाता है।
3:- मिश्रित वाक्य
ऐसे वाक्य जिनमें एक वाक्य मुख्य हो और दूसरा वाक्य उस पर आश्रित हो या उपवाक्य हो, तो ऐसे वाक्यों को मिश्रित वाक्य कहा जाता है। जैसे:-
- ज्यों ही अध्यापक मैं कक्षा में प्रवेश किया वैसे ही छात्र शांत हो गए।
- यदि परिश्रम करोगे तो तुम अवश्य सफल हो जाओगे।
- मैं जानता हूं कि तुम्हें क्या अच्छा लगता है।
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